अनन्त माहेश्वरी की रिपोर्ट
मप्र विधानसभा चुनाव हेतु कांग्रेस ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। इसमें 144 सीटों पर नामों की घोषणा की है। दिल्ली में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। कांग्रेस ने अपने एक्स ( ट्विटर अकाउंट पर इसकी जानकारी दी है। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में पुराने चेहरों पर दांव लगाया है।
विधानसभा क्षेत्र मांधाता जिला खण्डवा से बयालीस वर्षीय कांग्रेस प्रत्याशी उत्तमपाल सिंह हैं जिनकी शिक्षा एमएसडब्ल्यू में पोस्ट ग्रेजुएट है। सहज सरल स्वभाव के मिलनसार होते हुए उन्हें राजनीतिक अनुभव अपने पिता से विरासत के रूप में मिला है। पिछले उपचुनाव में मांधाता विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक राजनारायणसिंह के बेटे उत्तमपाल को प्रत्याशी घोषित किया था।
यह उपचुनाव कांग्रेस विधायक नारायण पटेल द्वारा कांग्रेस से इस्तीफ़ा देने के बाद हुआ था। नारायण पटेल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उसके बाद भाजपा के टिकट से नारायण पटेल ने कांग्रेस के उत्तम पाल सिंह को 22129 मतों से पराजित किया था । उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस और बसपा सहित कुल 8 दावेदार चुनाव मैदान में थे। उपचुनाव में कुल डेढ़ लाख मतदाताओं ने मतदान किया था। इसमें 74000 महिला मतदाता शामिल थीं।
पंधाना विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी तैंतीस वर्षीय रुपाली नंदू बारे को अपने पिता से राजनैतिक अनुभव मिला ।
इनके पिता नंदू बारे ने वर्ष 2013 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मे पंधाना विधानसभा से चुनाव लड़ा था। तब भाजपा की योगिता नवल विजयी हुई थी।
नंदू बारे के असामयिक निधन पश्चात उनकी बेटी इस विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय है।
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में रुपाली पिता नंदू बारे ने कांग्रेस
पार्टी से पंधाना विधानसभा हेतु दावेदारी की थी। लेकिन अरुण यादव गुट की छाया मोरे को टिकट मिला था। जिससे वे पार्टी से बागी होकर पंधाना से निर्दलीय चुनाव लड़ी थी।
जिसके बाद उन्हें कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। बाद में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ठाकुर राजनारायणसिंह की अनुशंसा पर पार्टी हाईकमान ने उनका निष्कासन रद्द किया था।
इस बार पंधाना और मांधाता में कांग्रेस ने युवा नेतृत्व को मौक़ाए दिया है। दोनों ही विधानसभा क्षेत्र में काबिज़ विधायको के प्रति आक्रोश है। जिसका लाभ इन्हें मिल सकता है।