एमपी न्यूज नेटवर्क की रिपोर्ट –
भिंड जिले से 70 किलोमीटर दूर मेहगांव तहसील में दंदरौआ धाम एक बड़ा आस्था का केंद्र हैं। यहां स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा करीब 600 वर्ष पुरानी है। यह दिव्य मूर्ति एक तालाब में मिली थी। ऐसी मान्यता है कि दंदरौआ सरकार हनुमान जी श्रद्धालुओं के रोग और दर्द दूर करते हैं, इसलिए पहले उन्हें दर्द हरौआ कहा जाने लगा। जोकि बदलकर दंदरौआ सरकार हो गया। मान्यता है कि दंदरौआ सरकार के दर्शन करने मात्र से बड़े से बड़े रोग ठीक हो जाते हैं।
महंत रामदास महाराज के मुताबिक हनुमान जी ने लक्ष्मण को शक्ति लगने के बाद उनका इलाज कराया था। वे औषद्यि लेकर आए थे। यहां उन्होंने डॉक्टर का ही काम किया। इसके अलावा दंदरौआ का मूल नाम दर्द हरौआ (दर्द हरने वाले) है। एक साधु शिवकुमार दास को कैंसर था। उसे हनुमान जी ने मंदिर पर डॉक्टर के वेश में दर्शन दिए थे।वे सफारी शूट पहनकर गर्दन में आला डाले थे, जिसके बाद साधु पूरी तरह स्वस्थ हो गया। इसके अलावा अन्य कई लोग भी इलाज से निराश होकर दंदरौआ महाराज की शरण में आए, तो उनको भी स्वास्थ्य लाभ मिला, जिसके बाद से दंदरौआ हनुमान को डॉक्टर हनुमान कहना शुरू कर दिया गया। मंदिर प्रबंधन का कहना है कि करीब 21 साल पहले दंदरौआ महंत रामदास महाराज के स्वप्न में हनुमानजी ने इसी रूप में दर्शन दिए थे।