अनन्त माहेश्वरी की कलम से –

एक ऐसे डॉक्टर जिन्होंने नव वर्ष पर संकल्प लिया कि वे अपने जन्मदिन पर केम्प लगाकर मरीजों के नि:शुल्क ऑपरेशन करेंगे . निमाड़ की इस शख्शियत का नाम है – डाक्टर मलिकेन्द्र पटेल.    जिन्होंने खंडवा को आधुनिक चिकित्सा सौगात दी .आपने निमाड़ को प्रथम इण्डोस्कॉपी सेंटर, प्रथम लेप्रोस्कॉपी सेंटर, प्रथम इण्डोयूरोलॉजी सेंटर एवं कोलोरेक्टल लेजर सर्जरी सेंटर की सौगात देकर स्वास्थ्य सेवाओं में नये आयाम स्थापित किये ।

 वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड, एशिया बुक ऑफ रिकार्ड व इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कराकर विश्व कीर्तिमान स्थापित करने वाले हंसमुख, मिलनसार एवं समाज सेवाभावी डॉ. मलिकेन्द्र पटेल MS, DMAS, FMAS का जन्म चार जनवरी वर्ष 1974 को मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में हुआ. खंडवा के मानसिंग मिल चौराहे पर इस्तिथ क्लिनिक के जरिये पिछले कई वर्षों से सेवा दे रहे डाक्टर बी आर पटेल और माता ओमरानी पटेल के सुपुत्र डाक्टर डॉ. मलिकेन्द्र पटेल की प्रारंभिक शिक्षा नेहरू मांटेसरी स्कूल बुरहानपुर जिले में हुई . जिसके बाद आपने इंदौर एम जी एम मेडिकल कॉलेज से MBBS और महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर से MS किया . अप्रेल 2003 में खंडवा के पढ़ावा क्षेत्र में दादाजी लैब के ऊपर एक छोटे से कमरे में प्रैक्टिस आरम्भ की . जिसे विस्तारित करते हुए खण्डवा के पड़ावा इस्तिथ जैद प्लाजा में अपनी पत्नी डाक्टर रूपलता पटेल के साथ ईप्सा एण्डोस्कोपी एवं लेजर सर्जरी सेन्टर में अपनी सेवाए दे रहे है . आपके परिवार में पत्नी डाक्टर रूपलता पटेल एवं दो बच्चे है .पुत्र चिन्मय पटेल इंदौर में रहते हुए नीट की तैयारी कर रहे है . तो वहीं बेटी ईप्सा पटेल खंडवा में रहते हुए कक्षा दसवीं की पढ़ाई कर रही है .     

डॉ. मलिकेन्द्र पटेल (Surg.) D.MAS, FMAS ने एक दिन में 61 मरीजों का स्टेपलर पद्धति द्वारा सफल ऑपरेशन कर विश्व रिकॉर्ड बनाया। खण्डवा में 17 मार्च 2020 को 61 मरीजों के सफल ऑपरेशन का यह विश्व कीर्तिमान बना .अब तक वर्ल्ड रिकार्ड व एशिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में 48, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में 42 मरीजों का स्टेपलर पद्धति द्वारा पाइल्स (बवासीर) का ऑपरेशन दर्ज है।  17 मार्च 2020 को मेरिल इण्डो सर्जरी प्रा.लि. एवं रोटरी ऑफ खंडवा के सहयोग से एक विशाल पाइल्स शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 300 से ज्यादा मरीजों का पाइल्स (बवासीर) परीक्षण कर चयनित 61 मरीजों का निःशुल्क स्टेप्लर पद्धति द्वारा ऑपरेशन किया गया। यह 61 मरीजों का एक दिन में ऑपरेशन अपने आप में विश्व कीर्तिमान है। जिसके लिए एशिया व इण्डिया बुक रिकार्ड्स के सम्मान से डॉ. मलिकेन्द्र पटेल को सम्मानित किया गया। 

संवेदनशील डाक्टर मलिकेंद्र पटेल ने मरीज की पीड़ा देखकर पाइल्स के ओपेन पद्धति वाले ऑपरेशन करना ही बंद कर दिये थे।  दिल्ली में एक कांफ्रेंस में भाग लेने गये तब उन्होंने पहली बार स्टेपलर पद्धति द्वारा पाइल्स (बवासीर) का ऑपरेशन होते देखा. जिससे मरीज को कोई दर्द नहीं होता था। ऑपरेशन के पश्चात मरीज के मल द्वार पर कोई घाव भी नहीं होता है। जिसकी वजह से न तो कोई दर्द व पीड़ा होती है, और न ही किसी प्रकार के दर्द निवारक एन्टीबायोटिक्स का सेवन करना पड़ता है। ऐसे ऑपरेशन बड़े शहरों जैसे बम्बई, दिल्ली, हैदराबाद, बैंगलोर, चेन्नई में काफी प्रचलित है, क्योंकि इस ऑपरेशन से समय को काफी बचत होती है, मरीज शीघ्र ठीक होकर वापस काम पर लौट सकता है। बार- बार ड्रेसिंग, दर्द निवारक दवाइयों व एंटीबायोटिक के सेवन से बचा जा सकता है।

डाक्टर मलिकेंद्र पटेल  बताते है – मुझे आज भी याद है आज से सात वर्ष पूर्व छनेरा (हरसूद तहसील) का पहले मरीज जिनका मैने स्टेप्लर पाइल्स (बवासीर) का ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन के पश्चात रिजल्ट (परिणाम) देखकर मैं आश्चर्यचकित रह गया था। मरीज बहुत खुश था। उन्होंने मुझे बोला कि ऑपरेशन कब हुआ मुझे पता भी नहीं चला न दर्द हुआ और ऑपरेशन हो गया। मरीज के कुछ रिश्तेदारों ने उनसे पूछा कि आपका ऑपरेशन कब हुआ यह आपको पता भी नहीं चला। मरीज की खुशी एवं रिश्तेदारों के कमेंट से मुझे बहुत उत्साह मिला। मरीज की खुशी एवं विश्वास हो डॉक्टर का सबसे बड़ा पुरुस्कार होता है। 

By MPNN

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