कसडोल से आशुतोष गुप्ता की रिपोर्ट-कसडोल नगर के पंचायत मिनीमाता कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला क्वारन्टीन सेंटर में ठहरे प्रवासी मजदूरों का आरोप है कि उनके रात में दिए खाने में कीड़ा था,मजदूरों के द्वारा रात में बचे खाने को पानी डालकर बासी बनाया गया था जिसे सुबह खाने के लिए जब मजदूरों ने देखा तो उसमें कीड़े दिखे जिसके बाद मजदूरों ने खाने में कीड़े होने की सूचना नगर पंचायत सी एम ओ और कसडोल तहसीलदार को दी जिसके बाद मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम खाने को देखा और आज शाम से ही सूखा राशन देने की बात मजदूरों से कही।
कसडोल तहसील क्षेत्र में दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को स्कूलों में बने क्वारन्टीन सेंटरों में 14 दिनों के लिए रखा गया है,जहां स्थानीय प्रशासन या फिर पंचायत के द्वारा इन प्रवासी मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था की गई है आज सुबह कसडोल नगर पंचायत के मिनीमाता कन्या शाला में प्रवासी मजदूरों को गुस्सा फूट पड़ा और मजदूरों ने गुणवत्ता विहीन भोजन परोसने का आरोप नगर पंचायत के ऊपर लगाया,गौरतलब है कि कसडोल नगर पंचायत के द्वारा नगरी क्षेत्र के क्वारन्टीन सेंटरों में भोजन की व्यवस्था किया जा रहा है और खाने पीने के सामानों में गुणवत्ता की जांच करने की जिम्मेदारी कसडोल नगर पंचायत सीएमओ की है,खाने में कीड़े मिलने की शिकायत मजदूरों ने स्थानीय प्रशासन से किया जिसके बाद कसडोल के एस डी एम टेक चंद अग्रवाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कसडोल नगर पंचायत के सीएमओ को सूखा राशन क्वारन्टीन सेंटरों में देने का निर्देश जारी कर दिया है।