12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग को दर्शन के लिए 16 जून से मंदिर खोला जाएगा। इसके लिए श्रद्धालुओं को प्री बुकिंग करना जरूरी है। इसके बगैर श्रद्धालु दर्शन नहीं कर पाएंगे। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए 20 मार्च से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। एंड्राइड मोबाइल के माध्यम से एक दिन पूर्व दर्शनार्थी बुकिंग करा सकेंगे। बुकिंग के अगले दिन मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। जो दर्शनार्थी एंड्राइड मोबाइल एप से बुकिंग नहीं कर सकते हैं, वे मोबाइल नंबर पर बुकिंग कर अगले दिन मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। इन दोनों प्रक्रिया से भी यदि दर्शनार्थी बुकिंग नहीं कर सकते हैं तो वे मंदिर के काउंटर पर दर्शन के लिए बुकिंग करा सकते हैं। उन्हें अगले एक या दो दिन में मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। एक मोबाइल के माध्यम से सप्ताह में एक ही बार श्रद्धालु बुकिंग कर सकेंगे।दर्शनों की बुकिंग के लिए फोन नंबर ओमकारेश्वर ऐप पर एवं वेबसाइट पर जारी किये गये है. इसके द्वारा बुकिंग होगी और उसी के द्वारा टोकन लेकर भक्तों को दर्शनों के लिए रवाना किया जाएगा .
स्थानीय लोगों के लिए सुबह पांच बजे से छह बजे तक दर्शन की व्यवस्था रहेगी. उन्हें प्रथम दिन एंट्री कराना है .उसके बाद प्रत्येक दिन अपने आधार कार्ड को साथ में लाना होगा. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन हेतु भक्तों को सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मास्क लगाकर आना होगा .कमानी गेट के नीचे रजिस्टर में भक्तों कोएंट्री करानी होगी. जिसमें उनका फोन नंबर भी लिखा जावेगा . हैंड वॉश से हाथ धोने के बाद,चार सीढ़ी चढ़ने के पश्चात एक ट्रे में रखे फॉम से पांव को सैनिटाइज किया जाकरऑटोमेटिक मशीन के द्वारा हाथों को सेनेटाइज किया जावेगा . तद्पश्चात झिक झेक से होकर श्रद्धालु& सुखदेव मुनि गेट से ज्योतिर्लिंग भगवान के दर्शन कर सकेंगे.यदि कोई श्रद्धालु सामग्री लाया तो सामग्री को बाहर ही पात्रों में ले लिया जाएगा. नर्मदा परिक्रमा वासी नर्मदा जी का जल चढ़ाने आते हैं उनके जल को पात्र में लेकर बाद में ;ज्योतिर्लिंग पर चढ़ाया जाएगा .भक्त ओमकारेश्वर के गेस्ट हाउस धर्मशाला आदि में रुक सकते है. उन्हें गाइडलाइन का पूरा पालन करना होगा .
