उमरिया से नीरज सिंह रघुवंशी की रिपोर्ट .
उमरिया जिले की नौरोजाबाद नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवम निर्दलीय विधायक प्रत्याशी रहे सती लाल बैगा सहित चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया . इन पर आरोप है की इन्होने रिटायर्ड कालरी कर्मचारी के खाते से मोटी रकम पार की .आरोपितों में पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष एवम निर्दलीय विधायक प्रत्याशी रहे सती लाल बैगा, लल्ला पंडित, सुरेश यादव , एवम सपन सेन शामिल है। इस मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं करने के लिए पुलिस पर भारी दबाव रहा। इसके बावजूद पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध प्रकरण कायम किया और उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया। नगर परिषद नौरोजाबाद के पूर्व अध्यक्ष सतीलाल बैगा सक्रिय राजनीति में एक बड़ा जाना पहचाना नाम है। सतलाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मांगा था और टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव भी लड़ा था।
प्रशिक्षु डीएसपी गायत्री तिवारी ने बताया कि आरोपितों ने फर्जी तरीके से रिटायर्ड कालरी कर्मी एवम फरियादी फरियादी जगदीश प्रसाद कोल पिता सुक्खू कोल के खाते से,16 लाख सत्तर हज़ार रुपये पार किये थे। फरियादी की शिकायत पर आरोपितों के विरुद्ध प्रकरण कायम कर गिरफ्तारी की गई ।
फरियादी जगदीश प्रसाद कोल ने पुलिस को बताया कि उसके अकाउंट से पिछले साल 4 मई 2019 को 16 लाख 70 हजार रुपए निकाले गए थे। आरोपितों ने जबरन विड्रॉल भरा कर यह रकम निकाली थी। इसी मामले में पुलिस ने 19 जुलाई को अपराध दर्ज करने के बाद आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
खास बात यह है कि जगदीश कोल ने चार लोगों से महज 4 लाख 70 हजार रूपए का कर्ज लिया इसके बदले उसने आठ लाख रूपए सूदखोरों को दे दिए थे। साफ तौर पर 3 लाख तीस हजार हजार रूपए ज्यादा दिए. फिर भी उसका मूल कर्ज नहीं चुका। यही कारण है कि सूदखोरों ने इस रकम के बदले उससे जबरन विड्रॉल भरवा कर उसके खाते से सोलह लाख 70 हजार रुपये निकाल लिए। पता यह भी चल रहा है कि इस काम में सूदखोरों की मदद कुछ बैंक कर्मियों ने भी की । वैसे भी कॉलरी क्षेत्र के कुछ बैंक कर्मचारी सूदखोरों के हिसाब से ही बैंक का संचालन करते हैं।
सूदखोरी के मामले महज नोरोजाबाद में ही नही बल्कि कोल एरिया के पाली, उमरिया में भी इसका अच्छा खासा प्रभाव है। इधर भी आपराधिक छवि के दबंग कॉलरी कर्मियों को सूदखोरी के नाम से शोषण कर रहे है। ऐसे मामलों में यह भी बताया जाता है कि सूदखोरी के संचालन में दबंगो के साथ कुछ बैंक कर्मी भी होते है,जो बराबर ऐसे दबंगो का सहयोग करते हैं.
