अनन्त माहेश्वरी की रिपोर्ट .
खंडवा जिले की मान्धाता विधानसभा से पूर्व कांग्रेस विधायक नारायण पटेल द्वारा इस्तीफ़ा देने के बाद रिक्त हुई सीट पर होने वाले उप चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रत्याशी चयन की कवायद शुरू हो चुकी है. इस सिलसिले में कांग्रेस पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं के बीच जाकर उनसे राय शुमारी कर रहे है . यूँ तो इस सामान्य सीट पर आधा दर्जन कांग्रेस नेता विभिन्न मंचों पर जाकर अपनी दावेदारी जता चुके है . तो कुछ ऐसे भी नेता है , जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से सम्पर्क के बूते आश्वस्त है की टिकट उन्हें ही मिलेगा .
दरअसल अब तक जिले में कांग्रेस की राजनीति में दिग्विजय सिंह गुट, ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक गुट, अरुण यादव गुट और सुरेश पचौरी समर्थक गुट के नेता ही चुनावी मैदान में टाल ठोंकते नजर आते थे . लेकिन प्रदेश में हुए राजनैतिक बदलाव के बाद कांग्रेस की राजनीति में दिग्विजय सिंह गुट, कमलनाथ गुट ,अरुण यादव गुट ही शेष बचा. सुरेश पचौरी समर्थक गुट को कोई पूछता नही है और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने से उनका समर्थक गुट अब “हाथ में कमल को पकड़ कर” बैठ गया है .
ऐसे में दिग्विजय सिंह गुट और कमलनाथ गुट की बात करे तो इन दिनों कमलनाथ का पलड़ा भारी है. दिग्गी राजा के ख़ास अवधेश सिसौदिया आश्वस्त है की टिकट उन्हें ही मिलेगा. तो वहीं राज नारायण सिंह और उनके बेटे उत्तम पाल सिंह भी जातिगत समीकरण के बूते उम्मीद लगाये बैठे है की बाप – बेटे दोनो में से किसी एक को इस बार पार्टी से टिकट जरुर मिलेगा . हालांकि इनके पिछले कार्यों पर नजर डाले, तोराज नारायण सिंह और पार्टी के बीच अक्सर ठनती रही है . इनका अरुण यादव से भी मतभेद हो चुका है . बावजूद इसके ये अपना टिकट पक्का मान रहे है .
इन सबके बीच निर्विवाद और फ्रेश दावेदार है, अमिताभ मण्डलोई. जो खंडवा जिले के विकास की नींव रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भगवंतराव मंडलोई जी के परिवार से है . पूर्व मुख्यमंत्री भगवंतराव मंडलोई के पुत्र रघुनाथ राव मंडलोई वर्ष 1972 में मांधाता , यानी निमाड़खेड़ी से विधायक रह चुके है l आज उसी परिवार के सदस्य अमिताभ मण्डलोई मान्धाता विधानसभा से कांग्रेस पार्टी हेतु दावेदारी जता रहे है . अमिताभ मण्डलोई मान्धाता विधानसभा के ग्राम मोरधड़ी में मण्डलोई फ़ाउंडेशन के जरिये पिछले आठ वर्षों से सतत गरीब छात्र – छात्राओं की मदद करते हुए उन्हें मुफ्त शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवा रहा है .
चूँकि कांग्रेस की तत्कालीन सरकार अपने ही मोहरों से चोट खाकर सरकार गंवा चुकी है . कांग्रेस पार्टी उप चुनाव के नतीजों के बूते प्रदेश में पुनः सरकार बनाने के सपने देख रही है . कहते है की दूध का जला – छांछ भी फूंक फूंक कर पीता है . ऐसे में कमलनाथ कोई रिस्क नही लेना चाहते . प्रत्याशी चयन की पूरी कमान कमलनाथ ने अपने हाथों ले रखी है . देखा जावे तो अमिताभ मण्डलोई ही मान्धाता विधानसभा से उपयुक्त कांग्रेस प्रत्याशी साबित हो सकते है जो स्वयँ आर्थिक रूप से मजबूत है . जिनका पारिवारिक राजनैतिक इतिहास भी कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पण को दर्शाता है . अनन्त माहेश्वरी की रिपोर्ट .
