इंदौर से एन के मीणा के साथ सचिन शर्मा की रिपोर्ट .
इंदौर जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिसप्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कंप्यूटर बाबा के गोमट गिरी स्थित आश्रम पर अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई को अंजाम दिया . प्रशासन के अनुसारकंप्यूटर बाबा ने 46 एकड़ गौशाला की जमीन पर कब्ज़ा कर रखा है. जिसे हटाने के लिए प्रशासन ने 2 महीने पहले कंप्यूटर बाबा को नोटिसदिया था. कार्रवाई के दौरान 2 अन्य जगहों पर भी कब्ज़ा किये जाने की जानकारी भी सामने आई . पुलिस को कंप्यूटर बाबा के आश्रम से एक बंदूक भी मिली है. जिसे पुलिस ने जप्त कर लिया है . वहीं पुलिस का कहना है कि पूरे मामले में जो लोग यहां मौजूद थे तकरीबन सात से आठ बाबाओं को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल संभावना व्यक्त की जा रही है कि गिरफ़्त में लिए गये बाबाओ में कंप्यूटर बाबा भी शामिल है . जिन्हें गिरफ्तार कर इंदौर की सेंट्रल जेल पहुंचा दिया गया है।इंदौर में कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर कार्यवाही पश्चात कई सवाल उठने लगे है । इसे बदले की कार्यवाही भी माना जा रहा है . जिस कंप्यूटर बाबा को शिवराज सरकार ने 15 सालों तक सर आँखों पर बैठा रखा था . उसी कंप्यूटर बाबा ने इतना बड़ा अवैध अतिक्रमण कर रखा था तो शिवराज सरकार ने उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा क्यों दिया था? अतिक्रमण स्थल पर भव्य यज्ञ कार्यक्रम में साधुओं को आमंत्रण देने हेतु सरकार ने कंप्यूटर बाबा को हेलीकाफ्टर क्यों उपलब्ध करवाया था? क्या अधिकारियों को जब ये बात ज्ञात नही थी कि कंप्यूटर बाबा ने अवैध अतिक्रमण कर रखा है?
लेकिन कंप्यूटर बाबा द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ की गई बयानबाज़ी के बाद सरकार को अब बाबा के अतिक्रमण याद आने लगे और बाबा के साम्राज्य को ध्वस्त करने में प्रदेश सरकार जुट गई है .
