भोपाल से राजेन्द्र कुमार की रिपोर्ट –     
खुश रहना होगा, खुशामद करते रहना होगा
कैबिनेट विस्तार के बाद नाराज विधायकों का छलकने लगा दर्द

मध्यप्रदेश में शिवराज कैबिनेट के तीसरे विस्तार के साथ ही नाराज़ चल रहे विधायकों का दर्द भी छलकते लगा है। महाकौषल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अजय विश्वनोई
ने एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार में महाकौषल और विंध्य को स्थान न दिए जाने को लेकर नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि महाकौषल अब उड़ नहीं सकता, केवल फड़फड़ा सकता है।प्रदेश में रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का तीसरी बार विस्तार हुआ, मगर विंध्य और महाकौषल से किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं दिया गया, जिसे लेकर विधायकों में नाराज़गी नजर आने लगी है। नाराज़ नेताओं में महाकौषल की पाटन विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अजय विश्वनोई ने शिवराज कैबिनेट के विस्तार के बाद अपनी नाराज़गी व्यक्त की है। विश्वनोई ने टवीट कर लिखा है कि महाकौशल अब उड़ नहीं सकता, फड़फड़ा सकता है। एमपी में सरकार का पूर्ण विस्तार हो गया है। ग्वालियर, चंबल, भोपाल, मालवा क्षेत्र का हर दूसरा भाजपा विधायक मंत्री है। सागर, शहडोल संभाग का हर तीसरा भाजपा विधायक मंत्री है।उन्होंने आगे लिखा कि महाकौशल के 13 भाजपा विधायकों में से एक को और रीवा संभाग में 18 भाजपा विधायकों में से एक को राज्य मंत्री बनने का सौभाग्य मिला है। महाकौशल और विंध्य अब फड़फड़ा सकते हैं, उड़ नहीं सकते। महाकौशल और विंध्य को अब खुश रहना होगा। खुशामद करते रहना होगा।ग़ौरतलब है कि अजय विष्नोई शिवराज मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार के साथ ही अपनी नाराज़गी लगातार जताते आ रहे हैं। मगर उन्हें संगठन के पदाधिकारी समझाकर मनाने में अब तक कामयाब रहे, मगर इस बार फिर उन्होंने अपनी नाराज़गी जता कर संकेत दिया है कि भाजपा में नाराज़ विधायक सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं।

सांसद प्रज्ञा सिंह की सक्रियता ने बढ़ाई भाजपा की चिंता
राजधानी भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ने अपने निवास पर विधायकों से उपेक्षित भाजपा नेताओं की बैठक बुलाकर भाजपा संगठन की चिंता को बढ़ा दिया है। सांसद ने भोपाल संसदीय क्षेत्र के भाजपा विधायकों के क्षेत्र में विधायकों की उपेक्षा के शिकार भाजपा नेताओं की बैठक अपने निवास पर बुलाई। इस बैठक के जरिए उन्होंने  उपेक्षित कई वरिष्ठ नेताओं को भी अपने साथ जोड़ना शुरू किया है। इसके अलावा वह उनसे अपने संसदीय क्षेत्र का फीडबैक भी ले रही हैं। कहा यह भी जा रहा है कि सांसद ने इसकी शिकायत पार्टी के आला नेताओं से भी की है साथ ही उन्होंने इस मामले की जानकारी संघ के अधिकारियों को भी दे दी है। बताया जा रहा है कि 150 नेताओं की लिस्ट है जो पार्टी में अपने आप को सहज महसूस नहीं कर रहे हैं। जिनके साथ आने वाले दिनों में बैठक की जा सकती है। सूत्रों की माने तो बैठक में  यह भी चर्चा हुई कि पिछले दिनों हुए किसान सम्मेलन में साध्वी प्रज्ञा को मंच पर पीछे बैठने की जगह मिली थी। इसके अलावा भोपाल में भाजपा के नए जिला कार्यालय में भी उनका सम्मान ठीक ढंग से नहीं हुआ।

By MPNN

error: Content is protected !!