भोपाल से राजेन्द्र कुमार की रिपोर्ट .
लड़कियों की शादी की उम्र को लेकर दिए बयान पर मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा घिर गए हैं। उनके बयान पर बाल संरक्षण आयोग ने उन्हें नोटिस दिया हैं। वहीं वर्मा के बयान पर भाजपा आक्रामक हो गई है और कहा है कि वर्मा अपने बयान को लेकर माफी मांगे, नहीं तो कांग्रेस उन्हें पार्टी से बाहर निकाले।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग ने सज्जन सिंह वर्मा को उनके बयान को लेकर नोटिस जारी कर दो दिनों के अंदर इस पर जवाब देने को कहा है। आयोग ने कहा कि यह बयान बाल संरक्षण और अधिकारों के विरुद्ध हैं। सोशल मीडिया या पब्लिक प्लेटफॉर्म पर दिए गए ऐसे असंगत और गैरजिम्मेदाराना बयान लड़कियों के प्रति भेदभाव पूर्ण हैं। यह नोटिस के उस बयान पर आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि डॉक्टर कहते हैं कि 15 साल के बाद ही बच्ची प्रजनन के योग्य हो जाती है. लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने की क्या जरूरत है? शिवराज सिंह चौहान बड़े डॉक्टर हो गए हैं क्या? वर्मा के इस बयान की खूब आलोचना हो रही है। इससे पहले मंगलवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम में कहा था कि जब लड़के के लिए शादी की उम्र 21 साल है, तो फिर लड़की के परिपक्वता की उम्र भी 21 साल होनी चाहिए। अब समाज को लड़कियों के प्रति अपनी सोच बदलनी चाहिए. लड़कियों की शादी भी 21 साल होनी चाहिए इसलिए इस पर विचार हो, लेकिन इस बीच अब सज्जन सिंह वर्मा के बयान से मामला गरमा गया है।
महिलाओं का किया अपमान
भाजपा प्रवक्ता नेहा बग्गा ने इसे महिलाओं का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि सज्जन सिंह वर्मा अपने नाम के विपरीत चले गए. उन्हें तत्काल माफी मांगनी चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश के नहीं देश की बेटियों का अपमान किया है। वर्मा शायद भूल गए कि उनकी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद महिला हैं। वर्मा से सार्वजनिक माफी मंगवाना चाहिए। साथ ही पार्टी से उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। वर्मा ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है इससे उन्होंने अपनी पार्टी और खुद के संस्कारों को सामने रख दिया है।
सौ साल पुरानी पार्टी की सौ साल पुरानी सोच
कांग्रेस नेता के बयान पर भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि 100 साल पुरानी पार्टी की सोच 100 साल पुरानी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बार -बार महिलाओं के प्रति कांग्रेस नेताओं की ओछी सोच सामने आई है। कभी जन-सभाओं में महिलाओं के लिए अपशब्द का इस्तेमाल, कभी गर्ल चाइल्ड पर अभद्र टिप्पणी, तो अब मीडिया में लड़कियों की शादी की उम्र के विषय में अयोग्य बयान, यह अत्यंत निंदनीय है और मातृशक्ति का घोर अपमान है। ऐसी विकृत मानसिकता शर्मनाक है। 21वीं सदी के भारत में ऐसी पिछड़ी विचारधारा समाज के लिए हानिकारक है। ये दर्शाता है कि 100 साल पुरानी पार्टी की सोच 100 साल पुरानी है।