अनन्त माहेश्वरी की रिपोर्ट .
कृषि क़ानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कांग्रेस नेता अरुण यादव के नेतृत्व में खंडवा में ट्रेक्टर रैली निकालने के लिए कांग्रेसियों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी . सुबह से ही युवा नेता अंकित पाठक रैली में भीड़ जुटाने की कवायद में लगे रहे . लेकिन पर्याप्त भीड़ नही जुटने के कारण निर्धारित समय से दो घंटे बाद इंदौर नाका से ट्रेक्टर रैली निकाली गई . यहाँ रैली में किसानों की बजाय निगम चुनाव के दावेदार अधिक नजर आ रहे थे . जिनका पूरा ध्यान अरुण यादव के समक्ष अपनी उपस्तिथि दर्ज करवाने पर था . ट्रेक्टर रैली में सबसे आगे अरुण यादव का ट्रेक्टर था . इस ट्रेक्टर पर सभी नेता चढ़ने की जुगत में दिखाई दिए . लेकिन सिमित स्थान होने से , कुछ ही नेताओं को ट्रेक्टर पर जगह मिल सकी . जिसके बाद कुछ उत्साही नेताओं ने रैली के सामने पटाखे कुछ इस तरह फोड़े मानो विजय जुलुस निकाला जा रहा हो . वे यह भूल गये की यह रैली किसानों के सम्मान की लड़ाई हेतु निकाली जा रही है . जो लगातार विषम परिस्तिथियों में भी कृषि बिलों के वापस लिए जाने को लेकर संघर्ष कर रहे है . जब यह रैली बाजार सी गुजरी तो कुछ लोगो की प्रतिक्रिया इस तरह थी की अब अरुण यादव वरिष्ठ कांग्रेस नेता होने के बावजूद किसानो की भीड़ नही जुटा सके .
सूत्रों की माने तो रैली में शामिल अधिकाँश ट्रैक्टर,किसानो की बजाय ,हरसूद के एक कांग्रेसी नेता के थे . जो निकाय चुनाव में अपने परिवार की महिला सदस्या को महापौर का टिकट दिलाने की जुगत में है .