अनन्त माहेश्वरी की रिपोर्ट –
जब समूची मानव सभ्यता एक महामारी से अपने अस्तित्व को बचाने का संघर्ष कर रही थी , तो धरती के एक कोने में दो प्रेमी आत्माएं अपनी मंज़िल को तलाश रही थी। यह कहानी है खंडवा में निर्मित फिल्म “लव इन लॉकडाउन” की . परिस्थिति चाहे कैसी भी हो , प्यार अपना रास्ता खुद खोज लेता है . इसी थीम लाइन पर काम करते हुए खंडवा के युवाओं ने लगभग एक घंटे की फिल्म तैयार की . इस फिल्म में कार्य करने वाले सभी कलाकार मूल रूप से खंडवा के है . जिन्होंने फिल्म की पूरी शूटिंग खंडवा नगर में की . इस फिल्म की सबसे ख़ास बात यह है की यह फिल्म लाकडाउन की अवधि के दौरान घटित हुई नकारात्मक घटनाओं की बजाय , लाकडाउन की अवधि ने पनप रहे प्यार को दर्शाती है .
हिमांशु गीते बताते है कि पहली बार कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अलग -अलग विषयों पर मैसेज देने वाले शार्ट वीडियो बनाये . जिसके बाद उन्हें लगा की कोरोना की वजह से समाज में फैली नकारात्मकता को दर्शाने की बजाय लीक से हटकर कुछ ऐसा कार्य किया जावे , जिससे लॉकडाउन के खट्टे मीठे अनुभवों को जनता तक ले जा सके . बस फिर क्या था . हिमांशु गीते जुट गये लेखन कार्य में . जब उनकी लिखी फिल्म की स्क्रिप्ट पूरी हो गई , तो उनके सामने चुनौती थी उसे परदे पर साकार करने की . इसके लिए दोस्तों और शहर के कलाकारों से बात की . सबकी सहमति से फिल्म का निर्माण कार्य आरम्भ हुआ . और आठ माह की अथक मेहनत के बाद आखिरकार फिल्म बनकर तैयार हो गई .
फिल्म के निर्देशक ,निर्माता हिमांशु गीते के अनुसार नट निमाड़ संस्था के वरिष्ठ रंगकर्मी प्रशांत रामस्नेही जो पिछले वर्ष कोरोना की वजह से असमय ही हमारे बीच से चले गये , उनका अभिनय “लव इन लॉकडाउन” नाम की इस फिल्म में देखने को मिलेगा . फिल्म का प्रीमियर और स्क्रीनिंग स्वर्गीय प्रशांत रामस्नेही जी को समर्पित किया गया है . इस फिल्म में अधिकांश कलाकार नट निमाड़ संस्था से है . जिन्होंने इस फिल्म में अभिनय किया है . नट निमाड़ संस्था से विजय सोनी, संजय भट्ट, अमन जैन, हिमांशु दुबे , राजदीप तोमर , संचित चौकड़े एवं राघव गीते , रोनी लौवंशी इस फिल्म में दिखाई देंगे . तो शिक्षाविद संतोष तिवारी, प्रीति तिवारी ,विद्या चौहान ,शिवानी मौर्य और सुरभि अग्रवाल, संतोष बरोले , प्रदीप शर्मा , रजनीश सेन, कान्हा चौरे के साथ बाल कलाकार कृष्णा गंगराड़े ने भी इस फिल्म में अहम भूमिका निभाई . इस फिल्म में अंकित गंगराड़े और विजय सनावा भी सह कलाकार के रूप में दिखाई देंगे .फिल्म निर्माण में कैमरा रजा खान , संदीप पवार , एडिटिंग रोहन सेठी, डबिंग एवं बैकग्राउंड म्यूजिक नरेंद्र सेजेकर, लिरिक्स गोविन्द गीते , सोहिल जोशी , प्लेबैक एवं म्यूजिक योगेश मीणा , अविनाश कोचले , योगेश पाचोरे ,डबिंग कलाकार विशाल बनिवाल, अनुष्का विश्वकर्मा , प्रशांत मालवीय सहित टीम ने तकनीकी सहयोग किया. वेशभूषा में सहयोग गौरव भाई ड्रेस वालों ने किया और विशेष सहयोगी शरद जैन रहे .
लोकल फॉर वोकल की तर्ज पर खंडवा के कलाकारों द्वारा निर्मित इस फिल्म का प्रदर्शन स्थानीय माणिक्य स्मारक वाचनालय में तेरह जनवरी से सोलह जनवरी तक प्रतिदिन अपरान्ह बारह बजे से रात दस बजे तक किया जाएगा . फिल्म निर्माता हिमांशु गीते ने नगर के कला प्रेमियों से अपील करते करते हुए कहा की फिल्म देखने जरुर आये . जिससे कलाकारों की हौसला अफजाई हो सके .