अनंत माहेश्वरी की रिपोर्ट –

आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत मौसम विज्ञान एवम पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा पर्यावरण विषय पर हस्तलिखित कविता को लेकर खंडवा निवासी पचहत्तर वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक रमाकांत काशीनाथ जी की कविता चयनित की जाकर प्रथम पुरस्कार स्वरूप डाक से सर्टिफिकेट भेजा गया। प्रतियोगिता के विजेता रमाकांत काशीनाथ जी को तीन हजार का पुरस्कार भी दिया गया। पिछले बीस वर्षों से कविता और गीत का लेखन कर रहे शिक्षक रमाकांत काशीनाथ जी इसके पूर्व भी अपनी इसी कविता को लेकर वे प्रदेश स्तर पर पुरस्कार प्राप्त कर चुके है . वर्ष 1997 में आयोजित स्कूलों के पर्यावरण मेले में शिक्षकों के बीच आयोजित स्वरचित गीत प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश शासन द्वारा द्वितीय पुरस्कार दिया गया था। 
मध्यप्रदेश लेखक संघ के सदस्य रमाकांत काशीनाथ ने बताया की आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत मौसम विज्ञान एवम पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा पर्यावरण विषय पर हस्तलिखित कविता को लेकर एक विज्ञापन समाचार पत्र में जारी किया गया था। जिसे पढ़कर ऑनलाइन कविता पोस्ट की थी। जो देशभर के कवियों के बीच चयनित की गई।  प्रथम पुरस्कार स्वरूप डाक से सर्टिफिकेट भेजा गया। इससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
अपने जमाने मे हॉकी के खिलाड़ी रह चुके रमाकांत काशीनाथ जी काव्य लेखन के साथ गीत लेखन भी करते है. डॉक्टर अशोक शर्मा के मार्गदर्शन में संगीत की शिक्षा ले चुके कवि अपनी हस्तलिखित कविता का पाठ अनेक मंच पर कर चुके है .   

By MPNN

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