डेस्क रिपोर्ट –
मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र समेत देश के कई इलाकों में लोग अनोखी खगोलीय घटना के साक्षी बने। 2 अप्रैल 2022 शनिवार की रात करीब 8 बजे आसमान से उल्कापिंड जैसी वस्तु गिरते देख लोग हैरान हो गए। इस नजारे के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए। कुछ लोगों ने इसे खगोलीय घटना बताया तो कई ने इसे चीन द्वारा गत वर्ष छोड़े गए रॉकेट का मलबा करार दिया।
इंडिया टुडे ने एक अमेरिकी वैज्ञानिक के हवाले से दावा किया कि उल्का बौछार की तरह दिखाई देने वाली लकीर वास्तव में पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करने वाले एक चीनी रॉकेट के अवशेष थे। चांग झेंग 5B नामक यह राकेट फरवरी 2021 में लॉन्च किया गया था। शनिवार को यह पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश कर गया और भारत के ऊपर आसमान में जल गया। रॉकेट से अधिकांश मलबा फिर से प्रवेश करने पर जल जाएगा और इससे कोई नुकसान होने की संभावना नहीं है ।
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के सिंदेवाही में रहस्यमय उल्कापिंड का एक टुकड़ा भी गिरने की खबर मिली है. वहां के प्रशासन ने भी यह माना है लेकिन वह टुकड़ा क्या है यह
जांच के बाद ही पता चल पाएगा. पूर्वी महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने बताया कि सिंदेवाही तहसील के लाडबोरी गांव में शनिवार रात करीब पौने आठ बजे “एल्यूमीनियम और स्टील की एक वस्तु” गिरी है। इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। महाराष्ट्र के चंद्रपुर के सिंदेवाही तहसील के लाडबोरी गांव से जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें एक लोहे की बड़ी रिंग नजर आ रही है. ग्रामीणों का कहना है कि वह अपने-अपने घरों में थे. उन्होंने अचानक भयावह आवाज सुनी और डर के कारण घरों से बाहर निकले तो आसमान में उन्हें आग का गोला नजर आया. ग्रामीणों के मुताबिक जब यह आग का गोला जमीन पर गिरा तो यह बेहद गर्म था. गांव के ही एक शख्स ने कहा कि उन्हें जैसे ही आग के गोला जमीन पर गिरा उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने आग के गोले को ठंडा कर पुलिस थाने ले आई. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रिंग नुमा गोला आखिरकार यह उल्का पिंड है या किसी पड़ोसी मुल्क के सैटेलाइट का टुकड़ा, इसकी जांच की जा रही है. इस घटना के बाद मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने और संयम बरतने की अपील की है.
