उज्जैन में सोमवार को महाकाल की सवारी के मद्देनजर होने वाले अवकाश को देखते हुए उज्जैन नगर निगम क्षेत्र में संचालित सभी शासकीय अशासकीय स्कूलों में सोमवार की छुट्टी रहेगी। लेकिन इसके बदले रविवार 9 जुलाई को नगर निगम सीमा में स्थित सभी शासकीय अशासकीय स्कूल निर्धारित समय पर संचालित होंगे।
कलेक्टर के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा ने इस तरह के आदेश जारी किया है। देश में शायद यह पहला ऐसा मामला है जब रविवार का शासकीय अवकाश निरस्त किया गया है।
वैसे प्रदेश की कुछ सरकारी स्कूलों में श्रावण सोमवार को हाफ डे का अवकाश दिया जाता है। लेकिन उज्जैन में सोमवार को निकलने वाली महाकाल की सवारी को देखते हुए सोमवार का अवकाश घोषित किया गया है। जिसके बदले में रविवार का अवकाश निरस्त किया गया है।
कलेक्टर के आदेश को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
उज्जैन के कांग्रेस नेता भरत पोरवाल ने कहा कि महाकालेश्वर भगवान की नगरी में श्रावण सोमवार के अंतर्गत जो सवारी उज्जैन में निकलती है। उसके चलते उज्जैन नगर के शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों की कलेक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने छुट्टी घोषित की है तो वहीं रविवार को स्कूल खोलने के आदेश दे दिए हैं।
जिलाधीश कलेक्टर पुरुषोत्तम कुमार के इस आदेश को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्हें राजा का दर्जा देकर इसे तानाशाही पूर्वक निर्णय बताया जा रहा है।
कलेक्टर पुरुषोत्तम ने जो नया आदेश जारी किए हैं। उज्जैन शहर की जनता जिनके बच्चे सरकारी और प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं वह भी इस आदेश को लेकर असमंजस में है कि आखिर क्यों उनकी संडे की छुट्टी निरस्त कर दी गई है।
कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी उज्जैन द्वारा जारी आदेश में लिखा गया है कि श्री महाकालेश्वर भगवान की श्रावण सोमवार अंतर्गत सवारी के मद्देनजर उज्जैन नगर निगम क्षेत्र के समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में दिनांक 10 जुलाई सोमवार का अवकाश घोषित किया जाता है। इसके एवज में दिनांक 9 जुलाई रविवार को उज्जैन नगर निगम क्षेत्र में स्थित समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय अपने निर्धारित समय अनुसार संचालित रहेंगे।