राकेश पुरोहित की रिपोर्ट-
भोलेनाथ की भक्ति हेतु पवित्र माने जाने वाले सावन माह के चलते तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या मे इजाफा हो रहा है।
ऐसे में मन्दिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने कई तरह के नियम बनाकर, व्यवस्थाओं को सुधारने का प्रयास किया है। ताकि भक्तों को आसानी से दर्शन हो सके।
लेकिन स्थानीय पंडे पुजारी ही नियमो को तोड़ रहे है। जिससे आये दिन विवाद की इस्तिथि निर्मित हो रही है।
ताजा घटनाक्रम ओम्कारेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर परिसर में घटित हुआ। जब मन्दिर के निकासी द्वार से श्रद्धालुओं को मन्दिर में प्रवेश करवाने रहे सचिन शर्मा को मन्दिर ट्रस्ट के कर्मचारियों ने रोका और मंदिर ट्रस्ट के लोगो ने नियमो का हवाला देकर उसे वहां से भगा दिया था।
अपने बेटे को मन्दिर परिसर से भगाने की बात को लेकर पंडा ब्रह्मानंद अपने साथियों के साथ मन्दिर परिसर में पहुंचा ओर एसडीएम से विवाद करने लगा । इस बीच उसने एसडीएम को दो चांटे जड़ दिये। जिससे आसपास जमा लोग हक्के बक्के रह गए।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे मांधाता थाना प्रभारी ने भीड़ को हटाया । एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी ने थाने पहुंचकर पण्डित ब्रह्मानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।
वहीं मंदिर परिसर में वाद विवाद करने और व्यवस्था को बाधित करने की शिकायत मन्दिर ट्रस्ट ने
पण्डित के बेटे सचिन शर्मा के खिलाफ दर्ज करवाई।
मान्धाता थाना प्रभारी बलजीत सिंग बिसेन ने बताया की एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी की शिकायत पर पंडा ब्रह्मानन्द के खिलाफ शासकीय कार्य मे बाधा डालने और लोक सेवक को ड्यूटी के दौरान चोट पहुंचाने पर आईपीसी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जावेगा।
दरअसल 4 जुलाई से आरंभ हुआ सावन मास शुरू 11 सितंबर तक चलेगा। ओंकारेश्वर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए रहे हैं। प्रशासन ने उनकी सुविधाओं के लिए कई तरह के नियम बनाते हुए व्यवस्थाओं में परिवर्तन किया है।
पवित्र नर्मदा नदी में स्नान करने , नाव संचालन, मंदिर में पूजन और दर्शन के लिए नियम बनाए हैं। जिसे एसडीएम सोलंकी द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 (2) के अंतर्गत लागू करवाए जा रहे हैं।
नियम तोड़ने वालों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बावजूद इस तरह की घटना का सामने आने से यह बात तो तय है कि पंडा पुजारियों को प्रशासन द्वारा लागू किये गए नियम रास नही आ रहे है।