गधों की कीमत 5 से 20 हजार रु.

गधों का परम्परागत मेला शिप्रा तट पर एकादशी से पूर्णिमा तक लगेगा,

गधों पर लिखे उनके नाम, अक्षय, टाइगर, सलमान, राजा, रानी,

कार्तिक मास की एकादशी से पारंपरिक गधों का मेला शिप्रा तट पर लगाया जाएगा। मेले में पशुओं की खरीदी-बिक्री के लिए व्यापारी दो दिन पहले से ही खच्चर और गधों को लेकर यहां पहुंच गए हैं। हर साल की तरह यहां प्रदेश और अन्य प्रदेशों के कई जिलों से आने वाले व्यापारी खच्चर और गधों की खरीदी करेंगे। दरअसल उज्जैन नगर में पुराने समय से कार्तिक मेला मैदान के पास बड़नगर रोड पर एकादशी से पूर्णिमा तक पांच दिवसीय गधों व खच्चर का मेला लगता है। प्रतिवर्ष यहां मप्र के अलावा राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात प्रांतों के व्यापारी पशुओं की खरीदी करने आते हैं। खास बात यह है कि दांत देखकर उम्र के हिसाब से गधों की कीमत लगाई जाती है। व्यापारी गधों को खूब सजा-धजाकर बेचने के लिए मेले में खड़े करते है। दूसरे जिलों से आने वाले व्यापारी मेले के लिए दो दिन पूर्व ही यहां पह़ुंच गए है।
दरअसल पहले के समय में वाहन नहीं होने से प्रजापति समाज के लोग मिट्टी , ईंट और रेत लाने के लिए गधों और खच्चर का उपयोग करते थे। आज भी इनका उपयोग हो रहा है। प्रदेश के कई जिलों से यहां पहुंचे गधे और खच्चर की कीमत इस बार 5 हजार से लेकर 20 हजार रुपए तक है। अभी यहां करीब 300 जानवर पहुंचे हैं। एकादशी तक करीब पांच हजार जानवर यहां देखने को मिलेंगे।

खास बात यह है कि यहां बिकने आए गधों के नाम भी पहले से रखे हुए है । जो की गधों के ऊपर लिखे हुए हैं । कई गधों पर टाइगर, अक्षय, धर्मेंद्र, सलमान, श्रीदेवी, राजा, रानी और अमिताभ बच्चन जैसे नाम देखे गए।

By MPNN

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