अनन्त माहेश्वरी की रिपोर्ट

परिवार से मिलाने के लिए करवाई फोन पर बात

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से भटक कर ट्रेन में चढ़े और भटक कर मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जा पहुंचे 80 साल के बुजुर्ग की आंखें धुंधला चुकी है ।
वह खंडवा में ट्रेन से उतरे तो कुछ समझ नहीं रहा था ।
सात दिन पहले घर से निकले बुजुर्ग राजाराम भूख और प्यास से बेहाल थे । ऐसे में खंडवा के दो छात्राओं ने बुजुर्ग कि मदद की, और सिटी कोतवाली थाने लेकर पहुंची।

इसके बाद इन छात्राओं ने वह कर दिखाया जो खंडवा की पुलिस भी ना कर सकी !

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के अस्सी वर्षीय बुजुर्ग राजा राम खण्डवा के कब्रिस्तान इलाके में पिछले तीन दिनों से भूख और प्यास से व्याकुल भटक रहे थे। इस बुजुर्ग पर एक युवक फैजान की नजर पड़ी। फैजान ने जब उनसे पूछा तो वे बोले कि उन्हें उनके गांव पहुंचा दे।

इस युवक ने अपनी संवेदनाओं का परिचय देते हुए बुजुर्गों को किसी तरह सिटी कोतवाली तक पहुंचाया । लेकिन वहां पर पुलिस ने उनकी एक न सुनी।

खण्डवा के कोतवाली थाने पहुंचे बुजुर्ग रो रहे थे, गिड़गिड़ा रहे थे, लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं था । ऐसे में स्कूली छात्राएं जब वहां पहुंची तो उन्होंने बुजुर्ग से उनका पता पूछा और फिर गोंडा जिले के बसंतपुर तिवारी गांव के कोतवाली थाने पर संपर्क किया। बालिकाओं ने न केवल एक घंटे में ही बुजुर्ग के परिवार का पता लगा लिया बल्कि उसके नाती राम अवध से भी मोबाइल फोन पर बुजुर्ग की बात करा दी। अब बुजुर्ग की आंखों में खुशी के आंसू थे जब इन छात्रावो ने बुजुर्ग के घर का पता निकाल लिया तो कोतवाली पुलिस ने भी इसमें एंट्री की लेकिन खंडवा में वृद्ध आश्रम संचालित करने वाली समाज सेविका अनीता सिंह चौहान ने बुजुर्गों को पुलिस से कागजी कार्रवाई के बाद अपने वृद्ध आश्रम में पनाह दी। अनीता सिंह ने कहा कि जब तक गोंडा जिले के बसंतपुर गांव से बुजुर्ग के परिजन नहीं आते तब तक वह उनकी देखभाल करेंगे।

बदलते समय में जहां मां-बाप को भी बच्चे छोड़ देते हैं और उनकी परवाह तक नहीं करते वही इन कॉलेज की बालिकाओं की संवेदनशीलता ने न केवल उनका परिवार से मिलने में मदद की है बल्कि बुजुर्गों के सहारा बनने की दिशा में एक प्रेरणास्पद कार्य भी किया है !

By MPNN

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