खण्डवा के डॉ प्रशांत डोंगरे लिखते हैं-
*बधाई हो मेरे दोस्त*
Suppose करो कि कोई एक्सिडेंटल ,क्रिटिकल केस हो । पेट की गहरी चोट हो , internal major injuries हो और खंडवा से इंदौर तक ले जाने का समय ना हो । तत्काल ऑपरेशन आवश्यक हो ,
तब ऐसी कठिन स्थिति में कोई डॉक्टर आगे आकर रिस्क भरा ऑपरेशन करके, पेशेंट को बचा ले। तो वह डॉक्टर किसी देवदूत या फ़रिश्ते से कम नहीं है।
जी हाँ साथियों ऐसे फ़रिश्ते हैं हमारे डॉ मलिकेन्द्र पटेल।” 19/02/2024 की रात खंडवा की डाक्टर समिता दवे, जो की डॉ.पलाश दवे की धर्मपत्नी है ।
डॉक्टर समिता दवे भी एक कुशल डॉक्टर हैं । जिनका घर के पास ही रोड़ एक्सीडेंट हो गया।
जिसमें डॉ.समिता को पेट में गहरी चोटें आईं और उनके पेट से खून का रिसाव चालू हो गया।
तत्काल उन्हें गंभीर अवस्था में स्थानीय प्रकाश हॉस्पिटल में भर्ती किया गया । जहाँ सी.टी. स्केन में fifth degree spleenic tear (ताप तिल्ली की गहरी चोट) पाया गया । उसी वजह से पेट में खून का रिसाव शुरू हो गया था!!
अब ऐसी स्थिति में पेशेंट के पास इंदौर जाने तक का समय सूझ नहीं रहा था । ऐसे में *खंडवा शहर के कुशल सर्जन डॉ. मलिकेंद्र पटेल (मेरे बहुत अच्छे दोस्त) ने ज़िम्मेदारी के साथ आगे आकर इमरजेंसी में घायल चिकित्सक डॉ. समिता दवे का तत्काल ऑपरेशन करने का निर्णय लिया।*
जो कि डॉ मलिकेन्द्र की जीवन की सबसे बड़ी रिस्क थी। इस रिस्क पर डॉ.पलाश दवे (डॉ समिता के पति) ने भी स्थिति की गंभीरता को समझते हुए आपरेशन करने की सहमति तुरन्त दे दी। इधर आपरेशन के दौरान डॉ.समिता के पेट से ढाई लीटर ख़राब ब्लड निकाला और खून के रिसाव वाली टुटी हुई तापतिल्ली (spleen) को ऑपरेशन द्वारा सफलता पूर्वक निकाला गया। आपरेशन पश्चात डॉ. समिता को 10 यूनिट ब्लड भी लगाया गया जिसके चलते आज वो स्वस्थ हैं और उन्हें नया जीवन मिला।
मैं मेरे दोस्त डॉ. मलिकेंद्र पटेल को बधाइयों के साथ शत शत साधुवाद और सैल्यूट करता हूँ कि उन्हौने इतनी बड़ी रिस्क लेकर यह चुनौती भरा ऑपरेशन किया और उसमें पूर्ण सफ़ल रहे।
इस मुश्किल घड़ी में सफल आपरेशन में सहयोग हेतु मैं प्रकाश हॉस्पिटल के डॉ.गुरदीप एवं डॉ.आस्था को भी उनके सर्जिकल स्टाफ़ के साथ बहुत बहुत बधाइयाँ देता हूँ।।