माटा बंधुओं के पास अभी भारतीय नागरिकता नहीं है, उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है। यह भी बताया गया है कि 2015 में उसके खिलाफ नकली पान मसाला बेचने का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था, जिसमें उस पर 80 करोड़ रुपये का टैक्स और 80 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। कस्टम-सेंट्रल एक्साइज एवं जीएसटी की खुफिया विंग ने गुटखा तस्कर संजय माटा को इंदौर में गिरफ्तार कर उसके खिलाफ 18.8 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का प्रकरण दर्ज किया है। यह चोरी पिछले करीब एक वर्ष की अवधि में की गई है। विंग ने उसकी तीन प्रॉपर्टी और पांच बैंक खाते सील कर दिए हैं। उसके यहां से 66.47 लाख रुपये नकद और सवा दो करोड़ रुपये कीमत का गुटखा व अन्य सामग्री जब्त की गई है। कोरोना लॉकडाउन के दौरान देश में यह पहली कार्रवाई बताई जा रही है।मध्य प्रदेश में गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलीजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआइ) यूनिट के अतिरिक्त महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने इस कार्रवाई के लिए विशेष दल गठित किया था। इंदौर में माटा के कई ठिकानों पर कार्रवाई की गई। लॉकडाउन के दौरान गुटखा, जर्दा एवं पान मसाला की बिक्री प्रतिबंधित होने के बाद भी माटा बंधुओं ने चोरी से यह कारोबार जारी रखा था। वे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में भी गुटखा की सप्लाई करते रहे। गुटखा चार-पांच गुना बढ़ी हुई कीमतों में बेचा गया। विंग के एडीजी ने बताया कि संजय माटा को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है, उससे इस मामले में पूछताछ की जाएगी।
 शनिवार को डीआरआइ ने नकली गुटखा-पान मसाला की बड़ी खेप के साथ इंदौर में गुरनोमल माटा, उसके दो बेटों और उनके साथ काम करने वाले व्यक्ति राज कुंडल को पकड़ा था। इनके ठिकानों से बोरों में भरकर रखी गई नकदी भी बरामद की थी। इनके हवाला से भी तार जुड़े थे।

By MPNN

error: Content is protected !!