देवास रोड स्थित 32 वी बटालियन में हुई प्रधान आरक्षक की रहस्मय मौत के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया की 40 लाख रुपए के बीमे के लिए तीसरी पत्नी ने शहडोल में रहने वाले प्रेमी के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा था.
मृतक प्रधान आरक्षक की पत्नी रेखा से आए दिन उसका विवाद होता रहता था.पुलिस ने जब मृतक की पत्नी रेखा से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि रेखा ने अपने प्रेमी सीआरपीएफ जवान रवि के साथ मिलकर प्रधान आरक्षक की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को छत पर ले जाकर सोने की स्थिति में रख दिया। हत्या के बाद पति की लाश को छत पर ले जाकर सुला दिया.हत्या करने के लिए रवि बाइक से शहडोल से उज्जैन आया था। पुलिस ने बताया कि उसने रवि के साथ मिलकर अपने पति का बीमा करवाया था जिसकी प्रीमियम रवि और रेखा ने भरी थी। बताया जाता है कि 32 वीं बटालियन के प्रधान आरक्षक बलवीर की दो शादी पूर्व में हो चुकी थी जिसमें पहली पत्नी ने आत्महत्या कर ली थी जबकि दूसरी की हादसे में मौत हुई थी। बलवीर ने 2003 में रेखा से शादी की। उसके दो पुत्र व एक पुत्री हैं। उसने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करना कबूला है। देवास रोड स्थित 32 वीं बटालियन के प्रधान आरक्षक बलवीर पिता चंद्रपाल 54 वर्ष को बेहोशी की हालत में अपने घर में छत पर उसकी पत्नी रेखा ने देखा था। आसपास के लोगों की मदद से बलवीर को जिला चिकित्सालय भेजा गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया। रेखा ने इस दौरान आसपास के लोगों को बताया था कि बलवीर छत पर सोने गया था। सुबह घर का दरवाजा बाहर से बंद था और पड़ोसी से दरवाजा खुलवाया उसके बाद छत पर जाकर बलवीर को बेहोशी की हालत में देखा। इधर माधव नगर पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम करवाया जिसमें स्पष्ट हुआ कि मृतक के सिर व शरीर में चोंट के निशान है। इस आधार पर जब पूछताछ की गई तो पूरे मामले का खुलासा हो गया पुलिस ने आरोपी रेखा को गिरफ्तार कर लिया है घटना के बाद से उसका प्रेमी रवि मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश में पुलिस का एक दल शहडोल तथा उमरिया भेजा गया है। बताया जाता है कि रवि सीआरपीएफ में जवान के पद पर जगदलपुर में तैनात है और उसका निवास स्थान उमरिया में बताया जा रहा है।
