कसडोल से आशुतोष गुप्ता की ख़ास रिपोर्ट-
इन दिनों पूरे विश्व कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है. तो वही कोरोना वायरस की वजह से दूसरे राज्यों से आये प्रवासी मजदूरों को क्वारन्टीन सेंटरो में रखा गया है . जहां से अव्यवस्थाओं के किस्से तो खूब सामने आए. लेकिन हम आपको लिए चलते है एक ऐसे क्वारन्टीन सेंटर में जिसके बारे में कहा जाता है की यहाँ भुत निवास करते है . यही वजह है की यहाँ प्रवासी मजदूर रहने को तैयार नही . क्वारन्टीन सेंटर में ठहरे प्रवासी मजदूरों को दावा है कि इस क्वारन्टीन सेंटर में भूतों का साया है.अब आप जरुर जानना चाहेंगे की यह भूतिया क्वारन्टीन सेंटर आखिर कहां है .
बलौदाबाजार जिले के कसडोल विकासखण्ड की शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल सेल में बने क्वारन्टीन सेंटर में ठहरे प्रवासी मजदूरों का कहना है,इस क्वारन्टीन सेंटर में भूतों का साया है,जी हां सही सुना आपने . इस क्वारन्टीन सेंटर में भूतों का साया है, रात होते ही पायलों की आवाज और इंसानी हलचलों की तरह आहट,दरवाजे खिड़कियों की आवाज देर रात के अंधेरे में इस क्वारन्टीन सेंटर में सुनाई पड़ती है, मजदूरों के दावों के अनुसार बीते रात शनिवार और रविवार की रात 11 बजे मजदूरों को पायलों की आवाज सुनाई पड़ी. जिसके बाद आवाज देने पर कोई जवाब नहीं आया, ये सिलसिला रात 2 बजे तक चलता रहा. जिसके बाद मजदूरों ने सुबह देखा तो स्कूल की दीवारों पर पैरों के निशान दिखे,जिसके बाद मजदूरों ने इस पूरी घटना की जानकारी पंच सरपंच को दी और ख़ौफ़ की वजह से यहां रहने से इंकार कर दिया,मजदूरों के क्वारन्टीन सेंटर में रहने से इनकार करने के बाद सरपंच ने मजदूरों को दूसरे क्वारन्टीन सेंटर में शिफ्ट कर दिया , इतना ही नही सेल गांव के सरपंच ने बाकायदा भूत भागने के लिए क्वारनटाइन सेंटर में बैगा को भी बुलाया, बैगा ने भूत भगाने के तंत्र मंत्र का भी प्रयोग किया, आखिर इस भूत के दावों कितनी सच्चाई है,यह एक बड़ा सवाल है। .

By MPNN

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