अनन्त माहेश्वरी की रिपोर्ट –
खंडवा जिले के एक जाने माने डाक्टर ने सोशल मीडिया पर लिखकर अपना दर्द जाहिर किया . जिसमे उन्होंने बताया की किस तरह सम्बन्ध खराब होने का हवाला देकर प्रमुख समाचार पत्र के प्रतिनिधियों द्वारा दबाव बनाकर द्वारा विज्ञापन मांगे जा रहे है .अपनी पोस्ट के जरिये डाक्टर ने यह शंका भी जाहिर की है की उनके पत्र के बाद सम्बन्धित समाचार पत्र उन्हें टार्गेट बनाकर उनके खिलाफ अनर्गल बकवास प्रकाशित करके उनकी छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास कर सकता है . हमने डाक्टर द्वारा लिखी पोस्ट को वैसे ही अपने वेबसाइड पर जगह दी है . लेकिन उनका नाम प्रकाशित करना उचित नही समझा .
प्रिय साथियों
एक विचित्र समस्या का निराकरण की चेष्टा में यह पोस्ट कर रहा हूँ।अधिकांश पत्रकार साथी प्रिंट मीडिया या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के स्थानीय निवासी ही है. पत्रकार बंधु अक्सर मिलते जुलते रहते हैं और कभी कोई कठिनाई का अनुभव नहीं हुआ। परन्तु अभी कुछ बड़े अखबार दबाव बनाने और यह कह कर कि क्यों सम्बन्ध खराब करते हो ऐसा कह कर एक तरह से अखबार का प्रभाव दिखा कर, थोड़ा डराने की चेष्टा कर रहे हैं। हमारे द्वारा यह कहने पर कि आप लोग तो नौकरी कर रहे हैं हम तो स्थानीय है आप क्यों हम पर दबाव बना रहे हैं, उनका जवाब ;भी होता है कि हाँ हम नौकरी करते इसलिये कह रहे हैं कि आप क्यू संबंध खराब कर रहे हो।हम तो चले जायेंगे आदि आदि।हमारे एसोसिएशन में घुसपैठ कर यह कहना कि हम आपस में जो बात कर रहे हैं वह उन्हे नागवार लग रही है। तात्पर्य यह कि अब सब कुछ इनसे पूछ कर और इनको बता कर करो, इनके दबाव में रहो अन्यथा समझ लो हम अख़बार वाले हैं .मुझे डर लग रहा है, कहीं कुछ ऐसा न शुरू कर दे यह बड़ा अखबार कि हमारे पेशेंट केयर पर अपना दुष्प्रभाव डाल दे।हमारी रेपुटेशन को नष्ट करने की कोशिश करे। कृपया सुझाइये .यह झमेला पत्रकार का नहीं,बड़े अखबार का है.डराने के लिए नाम ही काफी है. मैं बहुत डर गया हूँ कुछ उपाय बताईये
शायद मेरे विरुद्ध कोई मुहिम न छिड़ जाए.