अनन्त माहेश्वरी की रिपोर्ट-
कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे दस जुलाई की सुबह मारा गया . पुलिस के अनुसार कानपुर पहुंचने के बाद भौती बाइपास पर पुलिस की गाड़ी पलट गई . जिसके बाद विकास दुबे ने हथियार छीनकर भागने और  पुलिस पर हमला करने  की कोशिश की. इस पर बचाव में  पुलिस की फ़ायरिंग में उसको गोलियां लगी. घायल होने के बाद विकास दुबे को कानपुर के हैलट हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने जांच पड़ताल शुरू की. जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया .  वहीं इस मामले में कानपुर-पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया की थाना चौबेपुर में दिनांक तीन जुलाई को को पंजीकृत अपराध जो आठ  पुलिस कर्मियों के शहीद होने से सम्बन्धित है में वांछित 5 लाख रूपये का इनामी बदमाश विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे  निवासी बिकरू थाना चौबेपुर कानपुर नगर को मध्य प्रदेश की उज्जैन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के पश्चात पुलिस व एस टीएफ टीम द्वारा आज दिनांक दस जुलाई को वाहन द्वारा कानपुर  लाया जा रहा था।
कानपुर नगर भौंती के पास  पुलिस का वाहन दुर्घटना ग्रस्त होकर पलट गया,जिससे उसमें बैठे अभियुक्त  व पुलिस जन घायल हो गये। इसी दौरान  विकास दुबे ने घायल पुलिस कर्मी की पिस्टल छीन कर  भागने की कोशिश की। पुलिस टीम द्वारा पीछा कर उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने हेतु कहा गया.किंतु वह नहीं माना और पुलिस  पर हमला किया . एनकाउंटर में गंभीर रूप से घायल विकास दुबे को पुलिस अस्पताल लेकर गई। इसके बाद पुलिस की ओर से विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने की पुष्टि की गई है। इस मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मियों घायल हुए हैं।  
 जबकि प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास दुबे को लेकर रवाना हुई गाड़ियों में सबसे आगे चल रही गाड़ी ने टोल प्लाजा के स्टॉपर पर तेजी से टक्कर मार दी. टक्कर लगने के बाद पीछे काफिले में चल रही अन्य गाड़ियों ने तेजी से ब्रेक लगाए और सभी गाड़ियां असंतुलित होने लगी. विकास दुबे दूसरे नंबर की गाड़ी में दो लोगों के साथ बीच की सीट पर बैठा हुआ था. गाड़ी के पलटने के साथ ही  विकास ने भागने की कोशिश शुरू कर दी. उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल निकाल ली और वहां से भागने की कोशिश करने लगा. इसी दौरान पुलिस ने उसे मार गिराया.        

By MPNN

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